पंडित नीलेश पुरोहित (अध्यक्ष श्रीतीर्थ पंडा संघ ओंकारेश्वर)। सावन मास भक्तों को स्वयं श्री शिव माव भकता निकटवल जाने और मनोरथ पूर्ण करने का समय है। यह भगवान भोलेनाथ का अत्यंत प्रिय मास है, क्योंकि ईश्वर की आराधना के लिए चातुर्मास का पहला महीना सावन है। इस दौरान चार माह सृष्टि का संचालन भगवान शिव के हाथों में होता है। इस दौरान इनकी आराधना विशेष फलदाई होती है।